60 अभ्यर्थियों के साथ ही बाड़मेर की 4 बेटियां होंगी डॉक्टर, इंजिनियर बनने के लिए प्रोत्साहित
बाड़मेर। रुमादेवी फाउंडेशन व ग्रामीण विकास एवम चेतना संस्थान द्वारा जरूरतमंद एवं हुनरमंद विद्यार्थियों को दी जाने वाली 18 लाख रूपये की सालाना “रुमादेवी-सुगणी देवी अक्षरा छात्रवृति के आवेदन प्रारंभ होने के साथ ही इसमें अब एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। जहां पहले के 60 बच्चों हेतु प्राप्तांको की बाध्यता नहीं है। वहीं नई घोषित श्रेणी को मेरिट आधारित रखा गया है।
गांवों में मेडिकल व तकनीकी शिक्षा बढ़ाने का होगा प्रयास :-
फाउंडेशन की निदेशक डॉ. रूमा देवी ने बताया कि गांवों की 4 बेटियों को मेडिकल व तकनीकी क्षेत्र में उच्च शिक्षा में प्रवेश पर 75-75 हजार की प्रोत्साहन राशि छात्रवृति के रूप में देने का प्रावधान किया जा रहा है।
संयोजक हरि गढ़वाल ने बताया कि इस वर्ष बाड़मेर के ग्रामीण इलाकों की 4 प्रतिभावान बेटियां जो मेडिकल कॉलेज, एम्स, आईआईटी और बिट्स जैसी मेडिकल व तकनीकी कॉलेजों या विश्वविद्यालयों में प्रथम वर्ष में प्रवेश ले चुकी हैं, उन्हें प्रोत्साहन स्वरूप 75-75 हजार रूपये की राशि छात्रवृति के रूप में प्रदान की जाएगी। जिससे ग्रामीण प्रतिभाएं भी अपने हौसलों की उड़ान भर सकेंगी। ये बेटियां गाँव की अन्य बेटियों के लिए उदाहरण बनेगी तथा बाड़मेर के गाँव भी मेडिकल व तकनीकी शिक्षा में अग्रणी बनेगें।
वहीं 60 जरूरतमंद विधार्थियों को पूर्व की भांति 25-25 हजार रूपये वार्षिक छात्रवृति मिलती रहेगी जिससे वे अपनी उच्च शिक्षा जारी रख सकेगें।
हर साल लाभार्थियों की संख्या में हुई है बढ़ोतरी :-
संस्थान सचिव विक्रम सिंह ने बताया की लोकप्रिय “रुमादेवी-सुगणी देवी अक्षरा ” छात्रवृति योजना अपने तीसरे वर्ष में अलग अलग श्रेणी में 64 छात्रवृतियों के साथ प्रवेश कर चुकी हैं। इस योजना के प्रारंभ वर्ष 2021 में सीटों की संख्या 50 थी जिसे बढ़ाकर पिछले वर्ष 60 की गई थी।
ऐसे कर सकते हैं आवेदन :-
जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के अभ्यर्थी इस “रूमा देवी सुगणी देवी अक्षरा” छात्रवृत्ति में भाग लेने के लिए rumadevifoundation.org पर जाकर वहां दिए गए गूगल फार्म से अपना आवेदन कर सकेंगे तथा छात्रवृति से सम्बंधित नियम भी जान सकेंगे। इस योजना में अब कुल 4 श्रेणियों में आवेदन किये जा सकते हैं।