जयपुर 06 जनवरी। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने अलवर जिले के थाना सदर इलाके में बड़ी कार्रवाई कर साईबर फ्रॉड, पुलिस टीम पर हमला व वाहन में तोड़फोड़ के मामले में चार महीनों से फरार चल रहे पांच-पांच हजार के तीन इनामी साईबर ठगों मुबीन खान, शारूप उर्फ शाहरुख एवं अतरू उर्फ अख्तर निवासी गांव लोहरवाड़ी थाना सदर अलवर को पकड़ने में सफलता प्राप्त की है।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस अपराध एवं एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स श्री दिनेश एमएन ने बताया कि टीम के एएसआई बनवारी लाल एवं हेड कांस्टेबल सोहन सिंह को इनके बारे में आसूचना प्राप्त हुई कि वर्तमान में अलवर के आसपास फरारी काट रहे यह बदमाश किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है।
एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स की अलवर में कार्रवाई : साईबर फ्रॉड, पुलिस टीम पर हमला व वाहन में तोड़फोड़ में 5-5 हजार के तीन ईनामी पकड़े
इस पर आईजी क्राइम प्रफुल्ल कुमार के पर्यवेक्षण व एडिशनल एसपी विद्या प्रकाश के सुपरविजन एवं एएसआई बनवारी लाल के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल सोहन सिंह व कांस्टेबल संदीप कुमार को अलवर रवाना किया गया। टीम द्वारा तीनों इनामी अपराधियों को डिटेन कर थाना सदर पुलिस को सुपुर्द कर गिरफ्तार करवाया है।
तीन महीने पहले भी क्राइम ब्रांच ने की थी कार्रवाई
तीन महीने पहले क्राइम ब्रांच के एएसआई बनवारी लाल शर्मा को सूचना मिली कि अलवर जिले के थाना सदर इलाके में लोहरवाडी गांव निवासी मुबीन नाम का युवक गैंग बनाकर साइबर अपराध तथा सेक्सटॉर्शन के जरिए ब्लैकमेल कर रुपए ऐंठते हैं।
6.93 लाख के साथ एक को पकड़ा
इस पर 26 सितम्बर, 2023 को अलवर डीएसटी को साथ लेकर टीम लोहरवाड़ी गांव पहुंची। रास्ते में तीन युवक आते नजर आए, पीछा कर टीम ने मुबीन को दबोच लिया, साथी शाहरुख और अख्तर भागने में सफल हो गए। भागने वाले युवक के कंधे पर कपड़े का एक बैग था, जो मौके पर पटक कर भाग गया था, जिसमे कुल 6 लाख 93 हजार 500 रुपये थे।
भीड़ ने हाथापाई व तोड़फोड़ कर फरार करवाया
आरोपी को लेकर पुलिस टीम जैसे ही रवाना होने लगी तो काफी भीड़ मौके पर पुलिस की गाड़ी के सामने आ गई। भीड़ ने पुलिस पार्टी के साथ हाथापाई कर गाड़ी में तोड़फोड़ की और काबू में किए आरोपी मुबीन को जबरन छुड़ा लिया और मौके से फरार करवा दिया।
एडीजी श्री एमएन ने बताया कि इस कार्रवाई में एजीटीएफ के एडिशनल एसपी विद्या प्रकाश के कुशल नेतृत्व में एएसआई बनवारी लाल व हेड कांस्टेबल सोहन सिंह व आयुक्तालय जयपुर के कांस्टेबल संदीप कुमार की विशेष भूमिका रही।