बाड़मेर। शनिवार को आईसीएआर- राष्ट्रीय पशु आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, करनाल (हरियाणा) में किसान दिवस पर नस्ल संरक्षण पुरस्कार 2023 बाड़मेर जिले के झाक निवासी डॉ देवाराम पंवार को डॉ. जी के गौड़- सहायक महानिदेशक (ए पी & बी) आईसीएआर नई दिल्ली, एनबीएजीआर के निदेशक डॉ बी पी मिश्रा, डॉ अशोक कुमार मोहंती- निदेशक, आईसीएआर- केंद्रीय गोवंश अनुसंधान संस्थान मेरठ, डॉ. ज्ञानेंद्र सिंह- निदेशक, आईसीएआर-भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान (आईआईडब्ल्यूबीआर) करनाल, प्रभारी डॉ अनिल कुमार मिश्र- प्रधान वैज्ञानिक एनबीएजीआर द्वारा प्रदान किया गया।
यह पुरस्कार मारवाड़ी नस्ल की बकरियों के सरंक्षण हेतु प्रदान किया गया और राष्ट्रीय स्तर पर तृतीय स्थान प्राप्त किया गया।
उल्लेखनीय हैं कि आईसीएआर- राष्ट्रीय पशु आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, करनाल (हरियाणा) एक प्रमुख संस्थान हैं जो, पशुओं की नस्ल को लेकर पंजीकरण व मान्यता प्रदान करती हैं। देश के पशुधन और पोल्ट्री आनुवंशिक संसाधनों की पहचान, मूल्यांकन, लक्षण वर्णन, संरक्षण व उपयोग, पशु आनुवंशिक संसाधन प्रबंधन और नीतिगत मुद्दों में समन्वय और क्षमता निर्माण पर कार्य करती हैं।
एनबीएजीआर पशुधन और मुर्गीपालन की पंजीकृत नस्लों के संरक्षण और रखरखाव के लिए नस्ल संरक्षण पुरस्कार 23 दिसंबर को किसान दिवस के उपलक्ष में व्यक्तिगत श्रेणी में प्रथम, द्वितीय और तृतीय में 3 पुरस्कार और एक सांत्वना पुरस्कार, कुल मिलाकर प्रतिवर्ष देशभर से कुल चार व्यक्तियों का भाकृअनुप – एनबीएजीआर द्वारा गठित विशेषज्ञ चयन समिति द्वारा चयन कर पुरस्कार दिए जाते हैं। पुरस्कार के साथ एक प्रमाण पत्र/ प्रशस्ति पत्र दिया जाता हैं।
गौरतलब हैं की डॉ देवाराम पंवार एक युवा प्रगतिशील किसान हैं जिनको सरकारी व गैर सरकारी संगठनों द्वारा पूर्व में भी कई प्रंशसा पत्र व पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं।