बाड़मेर/चौहटन। राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद बाड़मेर के बैनर तले क्षेत्र में मोटे अनाज के अधिकाश प्रयोग के लिए बुधवार को पंचायत समिति परिसर में मिलेट्स फेस्टिवल का आयोजन जिला परियोजना प्रबंधक नरपत सिंह भाटी, राजीविका के जिला प्रबंधक दिनेश सैन, अशोक गोसाईराम, रूघाराम, चोखाराम के सानिध्य में आयोजित किया गया।
भारत सरकार के 2023 को मिलेट्स ईयर घोषित होने के कारण राजीविका द्वारा मोटे अनाज के विभिन्न व्यंजनों की प्रदर्शनी के तहत यह आयोजन किया गया था।
इस मिलेट्स फेस्टिवल में चौहटन ब्लॉक के चौहटन, सनाऊ, बाबडी कला, बीजराड़ क्लस्टर की स्वयं सहायता समूह की सखियों ने तथा क्लस्टर मैनेजर पुष्पा देवी, सुषमा देवी और कलस्टर कॉर्डिनेटर खेतु देवी के अलावा कलस्टर पदाधिकारी कुंतादेवी, फूलीदेवी, दरिया देवी ने भाग लिया।
इस मिलेट्स फेस्टिवल में महिलाओं के द्वारा मोटे अनाज बाजरे के बनाए पकोड़े, चूरमा, बाजरे के आटे का उपमा,बाजरे के लड्डू बाजरे की मठरी घेवर, घरोलै, रोटियां, घाट, ढोकली, कड़ी सहित विभिन्न प्रकार के व्यंजनों की भी प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
एक दिवसीय मिलेट्स फेस्टिवल मे जिला परियोजना प्रबंधक नरपत सिंह भाटी ने कहा कि भारत सरकार ने 2023 को मिलेट्स ईयर वर्ष घोषित किया गया है उसके तहत मोटे अनाज बाजरा, ज्वार, रागी, कंगनी, कुटकी, कोदो, सवां और चेना सहित विभिन्न अनाजों को ज्यादा से ज्यादा किस प्रकार प्रयोग किया जाए उसके तहत ऐसे आयोजन किए जाते हैं।
उन्होंने उपस्थिति स्वयं सेवी महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि अपने-अपने क्षेत्र में मोटे अनाज के विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाकर आम लोगों में जागृति फैलावे ताकि मोटे अनाज का समुचित उपयोग हो सके।
परियोजना के जिला प्रबंधक दिनेश सैन ने भी इस मेलै में भाग ले रही महिलाओं को अपने-अपने क्षेत्र में जाकर मोटे अनाज से निर्मित विभिन्न व्यंजन को आमजन के बीच में लाएं।
:- कमलेश सैन