बच्चो के जीवन एवं भविष्य की सुरक्षा हेतु जरुरी है टीकाकरण
बाड़मेर, 3 जनवरी। चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग एवं यूनिसेफ अरावली के सयुंक्त तत्वाधान में नियमित टीकाकरण हेतु प्रभावशाली व्यक्तियों एवं संस्थानों के सहयोग के लिए जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सी.एस गजराज एवं आरसीएचओ डॉ. प्रीत मोहिंदर सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को जिला स्वास्थ्य भवन में किया गया। कार्यशाला के दोरान जिले से प्रभावशाली व्यक्ति, गैर सरकारी संस्थाए, टीम बाड़मेर, थार मुस्लिम एजुकेशन वेलफेयर सोसायटी बाड़मेर, समाज सेवी आदि ने भाग लिया।सीएम्एचओ डॉ. गजराज ने बताया कि टीकाकरण सबसे महत्वपूर्ण चीज है जो हम खुद को और अपने बच्चों को खराब स्वास्थ्य से बचाने के लिए कर सकते हैं।
वे हर साल दुनिया भर में लाखों मौतों को रोकते हैं। चेचक, पोलियो और टेटनस जैसी बीमारियाँ जो लाखों लोगों को मारती थीं, लेकिन वर्तमान में ये बीमारियाँ ख़त्म हो गई हैं या अब बहुत कम देखी जाती हैं। टिके लगाने के बाद के बाद से हर साल खसरा और डिप्थीरिया जैसी अन्य बीमारियों के मामलों की संख्या बहुत कम हो गई है।
आरसीएचओ डॉ सिंह ने कार्यशाला में उपस्थित सभी प्रतिभागियो से अपेक्षाएं रखते हुए कहा कि टीकाकरण के लिए छुटे हुए दो साल तक के बच्चो और गर्भवती महिलाओ की पहचान करने में सहायता करे, विभिन्न सामुदायिक कार्यक्रम में टीकाकरण कराने हेतु समुदाय से अपील करे, जिन गर्भवती महिलाओ और दो वर्ष तक के बच्चो के टिके लगने से रह गए है उनके माता-पिता या परिवार सदस्यों को टिका लगवाने के लिए प्रेरित करे तथा टीकाकरण से हिचकचाने वाले परिवारों को स्वास्थ्य कार्यकर्त्ता के साथ मिलकर उनकी समझाइश करना एवं टीकाकरण के बाद यदि बच्चे को बुखार या सुजन हो तो परिवार को होसला दे, उनसे कहें कि चिंता न करें और घबराएँ नहीं, बल्कि स्वास्थ्य कार्यकर्त्ता को सूचित करे, उन्हें टीकाकरण कार्यक्रम पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करे।
जिला कार्यक्रम समन्वयक राकेश भाटी ने बताया की कार्यशाला में उपस्थित समस्त प्रतिभागियों को टीकाकरण में सहयोग करने हेतु विभाग द्वारा प्रमाण पत्र दिए गये। दीन बंधू पालीवाल यूनिसेफ द्वारा सभी प्रतिभागियों को पीपिटी के माध्यम से टीकाकरण पर विस्तार से जानकारी दी।
ये रहे कार्यशाला में उपस्थित :-
एडिशनल सीएम्एचओ डॉ हरेंदर भाकर, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सचिन भार्गव, जिला कार्यक्रम समन्वयक राकेश भाटी, शहरी कार्यक्रम प्रबंधक अरविन्द सांगवा, डीनओ मुकेश सिघाडीयां, टीम बाड़मेर, थार मुस्लिम एजुकेशन वेलफेयर सोसायटी बाड़मेर, समाज सेवी, प्रभावशाली व्यक्ति, गैर सरकारी संस्थाए, सेवानिवृत्त कर्मचारी आदि ने भाग लिया।