मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की इच्छा हमेशा से लोगों के सहायक बनने की : रामसिंह रा
बाडमेर, 16 मई। राजस्थान वंशावली सरंक्षण एवं संवर्द्धन अकादमी अध्यक्ष एवं बाड़मेर महंगाई राहत कैंप के जिला समन्वयक रामसिंह राव सोमवार से जिले के दौरे पर है। इस दौरान उन्होने मंगलवार को भुरटिया, चवा, होडु, सिणधरी, जुना मीठा खेडा, पादरू, पायला कला और लोलावा में महंगाई राहत शिविरों का निरीक्षण किया।
इस अवसर पर जिला समन्वयक रामसिंह राव ने लाभार्थियों को कार्ड वितरण किए एवं सभी लोगों से हालचाल जाने योजना के बारे में सवाल किए लोगों ने उत्साहित होकर योजनाओं का समर्थन किया। राव ने बताया कि राजस्थान सरकार जो योजनाएं लेकर आई है वे योजनाएं राजस्थान के अलावा और किसी भी प्रदेश में संचालित नहीं है। राव ने बताया कि महंगाई राहत कैपो के साथ-साथ प्रशासन गांव के संग अभियान व प्रशासन शहरों के संग अभियान का भी आयोजन किया जा रहा है जो 30 जून तक आयोजित होंगे जिसमें 10 जन कल्याणकारी योजनाओं का सीधा रजिस्ट्रेशन कर मौके पर ही राहत दी जा रही है। हमारी योजनाओं की विशेषता है कि हमने योजनाओं में विशेष लाभ आमजन तक पहुंचाने का काम किया है। पहला सुख निरोगी काया का उदाहरण देते हुए राव ने कहा कि जननायक मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत साहब के दिल में हमेशा से लोगों के सहायक बनने के मंशा रही है।
इसी के चलते जब वह मुख्यमंत्री बने पहले दवा फ्री फिर जांच फ्री फिर चिरंजीवी योजना के माध्यम से 25 लाख रुपए तक का बीमारी का इलाज निशुल्क करने की योजना दी है। ऐसी योजना राजस्थान के अलावा कहीं भी नहीं है दुर्घटनाओं में मृत्यु हो जाने पर राजस्थान पहला प्रदेश से मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाती है। उन्होंने बताया मारवाड़ की भूमि में अकाल पड़ता है लेकिन जब अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बने तब लोगों की मदद करने के उदेश्य से आज ग्रामीण रोजगार योजना मनरेगा में राजस्थान पहला प्रदेश है जहां लोगों को 125 दिन रोजगार मिलेगा और साथ ही साथ राजस्थान ने यह भी कीर्तिमान स्थापित किया है कि अब यह योजना अब शहरों में भी संचालित होगी शहरों में भी शहरी रोजगार योजना के माध्यम से 125 दिन का रोजगार दिया जाएगा। कर्मचारियों की पुरानी पेंशन की योजना को लागू करने पर जिस तरह कर्मचारी खुशी के मारे झूम उठे हैं उसी प्रकार अब राजस्थान में हर किसी को न्युनतम पेंशन एक हजार से कम नहीं होगी।
इस दौरान सिणधरी उपखण्ड अधिकारी विरमाराम, बाडमेर उपखण्ड अधिकारी समन्दर सिंह, अन्य पिछडा वर्ग के जिला अध्यक्ष बाबुलाल चैधरी, कांग्रेस संगठन महासचिव मेवाराम सोनी, जेठाराम प्रजापत, खरथाराम समेत समस्त स्थानीय जनप्रतिनिधी गण और विभागीय अधिकारी मौजुद रहे।