जोधपुर मंडल पर तैनात होंगे स्टेशन टिकट बुकिंग एजेंट दसवीं पास युवाओं को रोजगार देने की रेलवे की पहल 31 रेलवे स्टेशनों पर इसी माह की जाएगी अस्थाई नियुक्ति
जोधपुर,4 मई।रेलवे ने दसवीं पास युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की पहल के तहत उत्तर-पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर स्टेशन टिकट बुकिंग एजेंटों की अस्थाई नियुक्ति की प्रक्रिया प्रारंभ की है। मंडल के 31 स्टेशनों पर यह नियुक्तियां इसी माह होंगी।
डीआरएम पंकज कुमार सिंह ने बताया कि दसवीं पास युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की रेलवे की पहल के तहत जोधपुर मंडल के 31 चयनित रेलवे स्टेशनों पर स्टेशन टिकट बुकिंग एजेंटों की नियुक्ति की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है । चयनित एजेंटों को रेलवे स्टेशनों पर कमीशन बेस पर अनारक्षित टिकट काटने का अधिकार दिया जाएगा जिससे न सिर्फ उन्हें रोजगार मिलेगा अपितु यात्रियों को भीड़भाड़ से निजात मिलेंगी तथा उन्हें टिकट की सहूलियत मिल जाएंगी।
इस संबंध में जोधपुर मंडल के सीनियर डीसीएम जितेंद्र मीणा ने बताया कि अनारक्षित टिकट काटने के लिए चयनित अभ्यर्थियों का कार्यकाल तीन वर्षों का होगा। इस दौरान उन्हें प्रति यात्री काटे गए टिकटों के अनुसार कमीशन राशि मिलेंगी। उन्होंने बताया कि स्टेशन टिकट बुकिंग एजेंटों का कार्य संतोषजनक नहीं होने पर उन्हें शर्तों के अनुसार समय पूर्व हटाया भी जा सकता है और कार्य संतोषजनक रहने पर सभी वांछित प्रक्रिया को पूरा करते हुए अगले तीन वर्षों के लिए चयन किया जा सकता है।
इन स्टेशनों पर एजेंट होंगे तैनात
बलवाड़ा,भीमपुरा,बिशनगढ़,बनाड़,बेसरोली, धुंधाड़ा,गुढा, जालसू,जेनाल, खाटू,मारवाड़ कोरी,किरोदा, खेड़ी सालवा, खारिया खंगार,लेदरमेर, मंडोर,मारवाड़ मूंडवा,नया खारड़िया,राखी, सालावास,तिंवरी,तालछापर,पलाना, सूरपुरा, गच्छीपुरा,जागनाथजी, खेडुली, मारवाड़ लोहावट,देशनोक,पोकरण व मारवाड़ मथानिया।
यह है आवेदन करने और निविदा खोलने की तारीख
इन पदों के लिए निर्धारित आवेदन-पत्र 25 मई की दोपहर 3 बजे तक स्वीकार किए जाने के पश्चात उसी दिन किसका चयन किया गया है इसकी जानकारी दे दी जाएगी। आवेदन-पत्र व अन्य जानकारी के लिए जोधपुर मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के वाणिज्य विभाग में कार्यालयीन समय में संपर्क अथवा https://nwr.indianrailways.gov.in पर लॉग ऑन किया जा सकता है।
स्टेशन मास्टरों का काम होगा आसान इन एजेंटों की नियुक्ति से स्टेशनों पर कार्यरत स्टेशन मास्टरों पर टिकट बिक्री का भार खासा कम होगा। इसके अलावा ट्रेनों के संचालन में उन्हें आसानी होगी। अभी इनको अधिकांश स्टेशनों पर दोनों काम संभालने होते हैं।