शाजापुर में ड्राइवर से बदसलूकी मामले में सीएम सख्त, कलेक्टर पर गिरी गाज

भोपाल/शाजापुर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मनुष्यता के नाते ऐसी भाषा हमारी सरकार में बर्दाश्त नहीं। मैं खुद मजदूर परिवार का बेटा हूं। इस तरह की भाषा बोलना उचित नहीं है। अधिकारी भाषा और व्यवहार का ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि ऐसी भाषा किसी भी अधिकारी की नहीं होना चाहिए। ऐसी भाषा का उपयोग करने वाले को छोड़ा नहीं जायेगा। बता दें कि ट्रक शाजापुर में ड्राइवर कलेक्टर ने मीटिंग में बदसलूकी से बात की थी। इसका वीडियो जमकर वायरल हुआ था।

केंद्र सरकार के हिट एंड रन के नए कानून के विरोध में शाजापुर जिले में ड्राइवर एसोसिएशन द्वारा सोमवार को उग्र आंदोलन करते हुए हाईवे पर चक्काजाम किया गया। जिसको लेकर मंगलवार को कलेक्टर किशोर कन्याल ने ड्राइवरों के साथ बैठक आयोजित की। बैठक के दौरान कलेक्टर ने संबोधित करते हुए ड्राइवरों से कहा कि कोई भी कानून को अपने हाथ में नहीं लेगा। इसी दौरान एक ड्राइवर ने कलेक्टर से कहा कि अच्छे से बोलो। इतने में कलेक्टर भड़क उठे।

कलेक्टर ने दी समझाइश :

कलेक्टर ने कहा कि इसमें गलत क्या है. आखिर समझ क्या रखा है, क्या करोगे तुम, तुम्हारी औकात क्या है। इस पर ड्राइवर ने कहा कि यही लड़ाई है कि हमारी कोई औकात नहीं है। इसके अतिरिक्त कलेक्टर ने कहा लड़ाई ऐसे नहीं होती है। कृपया करके कोई भी कानून अपने हाथ में न ले। आपकी सारी बातों को सुनने के लिए यहां बुलाया है। उसके बाद उक्त ड्राइवर ने माफी भी मांगी। गौरतलब है कि ड्राइवरों के हाइवे पर चक्काजाम के बाद जिला प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया और बैठक आयोजित कर ड्राइवरों को समझाने का प्रयास किया।

काम न आया कलेक्टर का स्पष्टीकरण:

इस मामले में कलेक्टर किशोर कन्याल ने बताया कि वाहन चालकों को बैठक कर समझाइश दी जा रही थी। इसी बीच एक चालक ने गलत तरीके से बात की, जिसको लेकर समझाना पड़ा। वहीं, मामले के तूल पकड़ने के बाद कलेक्टर कार्यालय ने एक स्पष्टीकरण जारी किया था। इसमें कहा गया कि बैठक में ट्रक ड्राइवर 3 जनवरी के बाद विरोध-प्रदर्शन को किसी भी स्तर तक ले जाने के लिए बार-बार धमकी दे रहा था। स्पष्टीकरण में कहा गया है कि कलेक्टर ने उस व्यक्ति को नियंत्रित करने के लिए कठोर लहजे का इस्तेमाल किया, न कि किसी को चोट पहुंचाने के लिए।

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