ओएएलपी ब्लॉक्स के तहत भारत में गैस की पहली खोज – फील्ड डेवलपमेंट प्लान (एफडीपी)

वेदांता केयर्न ऑयल एण्ड गैस ने गुजरात में जया ब्लॉक से गैस का उत्पादन शुरू करने के लिये फील्ड डेवलपमेंट प्लान (एफडीपी) जमा किया। ओएएलपी ब्लॉक्स के तहत भारत में गैस की पहली खोज

ब्लॉक CB-ONHP-2017/2 केयर्न को ओएएलपी। नीलामियों में मिले 41 क्षेत्रों में से एक है

  • • ओपन एकरेज लाइसेंसिंग पॉलिसी (ओएएलपी) के तहत गैस और कंडेंसेट की खोज ‘जया’ को नोटिफाई किया था और यह देश के लिये शुरूआती खोजों में से एक है जया ओएएलपी एचईएलपी व्यवस्था के तहत पहला एफडीपी होगा
  • • इस ब्लॉक में कंपनी की हिस्सेदारी 100 प्रतिशत है

नई दिल्ली, 11 जनवरी। केयर्न ऑयल एण् एण्ड गैस, वेदांता लि. का हिस्सा और तेल एवं गैस का उत्खनन और उत्पादन करने वाली भारत की सबसे बड़ी निजी कंपनी, ने अगस्त 2021 में गुजरात के भरुच जिले के अपने तटवर्ती ओएएलपी ब्लॉक में जया की गैस और कंडेंसेट की खोज होने की सूचना दी थी। खोज और मूल्यांकन में सफल होने के बाद, केयर्न ने अब शुरूआती तौर पर लगभग 2000 बीओईपीडी के उत्पादन के लिए एक फील्ड डेवलपमेंट प्लान (एफडीपी) जमा किया है। इस फील्ड के पास उत्पादन क्षमताओं को दोगुना करने और भारत को ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भर बनाने के कंपनी के लक्ष्य में योगदान देने की क्षमता है। यह ओएएलपी रिजीम में जमा कराया गया पहला एफडीपी होगा। यह सरकार द्वारा विभिन्न कंपनियों को 8 ओएलएपी राउंड्स में दिये गये 144 ब्लॉक्स के लिये बने एफडीपी में पहला है।

इस महत्वपूर्ण उपलब्धि की घोषणा करते हुए, केयर्न ऑयल एण्ड गैस, वेदांता लि. के डिप्टी सीईओ डॉ. स्टीव मूरे ने कहा, “हम जया ब्लॉक की खोज को एफडीपी तक पहुँचाकर बहुत खुश हैं और इस ब्लॉक से उत्पादन शुरू करने के लिये तैयार हैं।

केयर्न ऑयल एण्ड गैस में उत्खनन सबसे अधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि हम भारत के घरेलू तेल एवं गैस उत्पादन में 50% योगदान देने के अपने लक्ष्य की दिशा में बढ़ रहे हैं। गुजरात में यह ब्लॉक भारत की ओपन एकरेज लाइसेंसिंग पॉलिसी (ओएएलपी) के तहत केयर्न की शुरूआती खोजों में से एक था और हमें विश्वास है कि यह ऊर्जा के मामले में भारत की जरूरतें पूरी करेगा।”

जया फील्ड ने अपने मूल्यांकन चरण के दौरान ट्रक-माउंटेड कम्प्रेस्ड नैचुरल गैस (सीएनजी) किट्स के माध्यम से एकदम नए तरीके से टेस्ट गैस को निकालने का काम शुरू किया। ये किट्स नजदीकी गैस स्टेशनों को सीएनजी मुहैया करा रही थीं। यह अपने तरह की पहली अनूठी सुविधा है, जिसमें किसी ई एण्ड पी ऑपरेटर ने सीएनजी कास्कैड सिस्टम के माध्यम से एक्सप्लोरेशन वेल (उत्खनन कुंए) से ही बिक्री की है। इस प्रकार केयर्न ने मूल्यांकन करते हुए डीकार्बनाइजेशन के लिये अपनी सोच सोच के के अ अनुसार गैस फ्लैरिंग को कम किया है। कास्केडिंग के माध्यम से होने वाली इस गैस बिक्री ने गैस के मुद्रीकरण और देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के दोहरे मकसद को पूरा किया है।

केयर्न ने गैस के व्यापार के लिये एक कमर्शियल गैस बिक्री अनुबंध पर हस्ताक्षर किये हैं। कंपनी ने जया एरिया के भीतर और आस-पास सबसरफेस स्वीट स्पॉट्स का पता लगाने के लिये एडवांस्ड रॉक फिजिक्स और सेस्मिक इनवर्जन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया है। इस प्रक्रिया में कई संभावनाओं की पहचान हुई है, जिन्हें जया फैसिलिटी में टाईबैक के जरिये विकसित किया जा सकता है।

जया के लिये एफडीपी के माध्यम से, केयर्न ने पश्चिमी क्षेत्र में एक नई संपदा विकसित हुई है, जो संपूर्ण आर्थिक एवं पर्यावरण के अनुकूल विकास में सहयोग देगी। इस नए उत्खनन एवं उत्पादन से भारत के लिए ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा देने के के लिये केयर्न के परिचालन का मापदण्ड बना रहेगा।

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