एक हजार से ज्यादा जल स्रोतों के सैम्पल लिए। एफटीके किट से जांची गुणवत्ता :-
बाड़मेर। सरहदी बाड़मेर में जिले के अलग अलग स्थानों पर एक हजार से ज्यादा जगहों के पानी की गुणवत्ता को जांचा गया।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के महंगाई राहत कैम्प में जिले भर में पहले ही दिन जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा 1 हजार से ज्यादा जल स्त्रोतों के पानी की एफ टी के कीट से जांच की गई। जिले भर में सोमवार को 70 जगहों पर आयोजित शिविरों में मौजूद जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के सहायक अभियंता, कनिष्ठ अभियंता और अन्य कार्मिकों द्वारा पानी के सैम्पल लिए गए और उनकी जांच की गई। बाड़मेर जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता भरतसिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के महंगाई राहत कैम्प में विभाग द्वारा पाइप लाइन लीकेज, हैडपम्प मरम्मत, क्लोरीनीकरण, अवैध कनेक्शन काटने, पेयजल स्त्रोतों की जाँच, पेयजल सम्बधी शिकायतों और समस्याओं का हाथों हाथ निवाकरण किया जा रहा है। बाड़मेर जिले भर में सोमवार को इन्ही कैम्पो के दौरान 1 हजार से ज्यादा पानी के सैम्पल लिए गए। सिंह ने बताया कि हर कैम्प में 15 पानी के सैम्पल और उनकी जांच के लिए कहा गया है। जिसके तहत अलग अलग गाँव के पानी के सेम्पल की जांच करवाने के साथ उनको उस पानी की गुणवत्ता और स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों द्वारा फील्ड टेस्ट किट के जरिए 11 अलग अलग पायदानों से उनके पानी की जाँच कर बताया जा रहा है। आगामी 1 जून तक जिले भर में अलग अलग स्थानों पर विभिन्न गाँवो के लोगो को फील्ड टेस्ट किट के जरिए पानी की गुणवत्ता को जांचा जाएगा। सिंह ने बताया कि एफटीके किट से पानी में उपस्थित जल गुणवत्ता के स्तर का मापन किया जाता है। यह किट जल गुणवत्ता परीक्षण के लिए एक आसान और सहज तरीका प्रदान करता है।इस किट का उपयोग करने के लिए, आपको सबसे पहले किट के सभी घटकों को संरचित करना होता है। इसमें से एक घटक जल नमूने को लेने के लिए एक नाली होगी, एक अन्य घटक टेस्ट सॉल्यूशन के लिए होगा, जो जल के पीएच स्तर को मापने के लिए उपयोग किया जाता है। परीक्षण के लिए, सबसे पहले किसी भी जल स्त्रोत से पानी एक नमूना लेकर उसे टेस्ट सॉल्यूशन के साथ मिलाकर दोनों का मिश्रण बनाया जाता है। मिश्रण को अच्छी तरह से हिलाकर मापकर उसकी गुणवत्ता देखी जाती है। जिले भर में महंगाई राहत कैम्प के जरिए सघन स्तर पर पानी के सैम्पल किए जाएंगे।